जैसा कि आपको मालूम होगा कि भारत एक कृषि प्रधान देश है. यहाँ की अधिकांश आबादी कृषि कार्य करके अपना जीवन-यापन करती है. देश की अर्थव्यवस्था कृषि पर निर्भर होने की वजह से एग्रीकल्चर में रूचि रखने वाले स्टूडेंट्स के लिए करियर की संभावनाएं बढ़ गयी है. एग्रीकल्चर में रूचि रखने वाले एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग करके अपना करियर सवार सकते हैं. तो आज आप जानेंगे कि Agriculture Engineer Kaise Bante Hai? एग्रीकल्चर इंजीनियर की सैलरी कितनी होती है?
Agriculture Engineer Kaise Bane?
- एग्रीकल्चर इंजीनियर बनने के लिए सबसे पहले साइंस स्ट्रीम में बारहवीं कक्षा (12th) उत्तीर्ण करना होगा.
- 12वीं पास करने के बाद किसी मान्यता प्राप्त इंजीनियरिंग कॉलेज में एग्रीकल्चर ब्रांच में इंजीनियरिंग कोर्स में एडमिशन लेना होगा.
- सरकारी या प्राइवेट संस्थान में इंजीनियरिंग कोर्स (B.Tech) में दाखिला ले सकते हैं.
- Agricultural Engineering पाठ्यक्रम में एडमिशन लेकर अच्छे से पढाई करके कोर्स पूरी करें.
- इंजीनियरिंग/बीटेक पाठ्यक्रम पूरी होने के बाद एग्रीकल्चर इंजीनियर के लिए अप्लाई करना होगा.
- सरकारी विभाग में एग्रीकल्चर इंजीनियर की भर्ती के लिए समय-समय पर job notification निकलती है.
- राज्य सरकार के खाद्य और प्रसंस्करण विभाग, अनुसंधान विभाग और कई अन्य क्षेत्रों में एग्रीकल्चर इंजीनियर की भर्ती के लिए सूचना निकलती है.
- जब Agriculture Engineer ki Vacancy निकलती है, उस समय अप्लाई करना होगा.
- आवेदन करने के बाद आपकी डिग्री और ज्ञान से सम्बंधित टेस्ट होता है.
- टेस्ट में पास होने के वालों का चयन एग्रीकल्चर इंजीनियर के लिए होता है.
- प्राइवेट सेक्टर में भी रिसर्च एवं डेवलपमेंट के क्षेत्र में एग्रीकल्चर इंजीनियर की जॉब पा सकते हैं.
Agriculture Engineer ki Salary kitni Hoti Hai?
एग्रीकल्चर इंजीनियर की सैलरी 30 हजार से 50 हजार रूपये प्रतिमाह होती है. यानि प्रतिवर्ष 3.5 लाख से 6 लाख रूपये तक का पैकेज मिलता है. चार-पांच साल का अनुभव होने के बाद प्रतिवर्ष आठ से दस लाख रूपये का पैकेज मिलता है.
Agriculture engineer ke Liye Qualification, Eligibility
- उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से Science strim में बारहवीं कक्षा (12th) पास हो.
- और उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त संस्थान/ विश्वविद्यालय से एग्रीकल्चर ब्रांच में इंजीनियरिंग कोर्स किया हो.
- बैचलर ऑफ़ टेक्नोलॉजी इन एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग डिग्री (B.Tech) होनी अनिवार्य है.
एग्रीकल्चर इंजीनियर का काम क्या होता है?
- एग्रीकल्चर इंजीनियर नई कृषि तकनीकों और उपकरणों को डिजाईन एवं विकसित करने का काम करती है.
- इसके अलावे फ़ूड प्रोसेसिंग प्लांट्स और फ़ूड स्टोरेज स्ट्रक्चर्स की रुपरेखा तैयार करती है.
- पशुधन के लिए आवास और वातावरण का भी डिज़ाइन करती है.
Agricultural Engineering Course Kaise Kare?
- एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग कोर्स करने के लिए सबसे पहले साइंस स्ट्रीम में (physics, Chemistry, Biology) बारहवीं कक्षा पास करें.
- साइंस सब्जेक्ट में 12वीं पास करने के बाद इंजीनियरिंग एंट्रेंस एग्जाम के लिए आवेदन करें.
- और एंट्रेंस एग्जाम अच्छे रैंक में उत्तीर्ण करें.
- प्रवेश परीक्षा उत्तीर्ण करके किसी मान्यता प्राप्त संस्थान/ विश्वविद्यालय में agricultural engineering डिग्री कोर्स (बीटेक इन एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग) में दाखिला लें.
- और B.Tech in Agricultural Engineering पाठ्यक्रम की पढाई 4 वर्षों तक अच्छे से करें.
- चार वर्षीय पाठ्यक्रम पूरा होने के बाद बीटेक की डिग्री मिलती है.
Agricultural Engineering course ki Fees
एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग कोर्स की फीस 40 हजार रूपये से 1 लाख 20 हजार रूपये प्रतिवर्ष होता है. विभिन्न शहरों में एग्रीकल्चरल इंजीनियरिंग पाठ्यक्रम की फीस अलग-अलग होती है. शहर और कॉलेज पर निर्भर करता है, इंजीनियरिंग कोर्स की फीस.
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