Civil Servant Kaise Bane? सिविल सर्वेंट बनने के लिए क्या करें? IAS Civil Servant Salary and Eligibility

अगर आप देश एवं लोगों की सेवा के लिए कुछ करना चाहते हैं, तो सिविल सेवा के क्षेत्र में करियर संवारना चाहते हैं, क्योंकि इसमें पैसा के साथ ही सम्मान एवं देश सेवा व आम लोगों की सेवा करने अवसर मिलता है. तो आज आप जानेंगे कि Civil Servant Kaise Bane? सिविल सर्वेंट बनने के लिए क्या करें? Civil Service ke Liye Qualification, Yogyata

Civil Servant Kya Hota Hai?

सिविल सर्वेंट या सेवक वैसे अधिकारी होते हैं, जो सरकारी कार्यक्रमों एवं योजनाओं का क्रियान्वयन करते हैं और सरकारी नीतियों के माध्यम से लोगों की सेवा करते हैं. सिविल सर्वेंट के अंतर्गत आईएएस (IAS), आईपीएस, आईआरएस, आईएफएस आदि पद के अधिकारी आते हैं. इनका काम सरकारी विभाग की नीतियों के माध्यम से लोगों की सेवा करना होता है.

सिविल सर्वेंट बनने के लिए क्या करें?

सिविल सर्वेंट या सेवक बनने के लिए सबसे पहले आप किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/ संस्थान से स्नातक डिग्री (Graduation) उत्तीर्ण करें. ग्रेजुएशन या बैचलर डिग्री प्राप्त करने के बाद संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सर्विस एग्जाम (UPSC CSE) के लिए अप्लाई करें. या राज्य लोक सेवा आयोग (State PSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के लिए एप्लीकेशन करें. और यूपीएससी या स्टेट पीएससी Civil Service Exam उत्तीर्ण करें. क्योंकि सिविल सर्वेंट की भर्ती यूपीएससी सिविल सेवा परीक्षा और स्टेट पीएससी द्वारा आयोजित सिविल सर्विस एग्जाम के माध्यम से होती है.

Civil Service ke Liye Qualification

  • अभ्यर्थी किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/ संस्थान से स्नातक डिग्री (Graduation) उत्तीर्ण होना चाहिए.
  • किसी भी फील्ड या ब्रांच में बैचलर डिग्री होना चाहिए.
  • जैसे- B.A/ B.Sc/ B.Com/ B.Tech/ MBBS आदि बैचलर डिग्री.

Civil Service/ Servant ke Liye Yogyata

  • उम्मीदवार के पास ग्रेजुएशन डिग्री/ बैचलर डिग्री होनी चाहिए.
  • अभ्यर्थी की न्यूनतम उम्र 21 वर्ष तथा अधिकतम उम्र 30 वर्ष होनी चाहिए.
  • आरक्षित वर्ग के उम्मीदवारों के लिए अधिकतम उम्र सीमा में छुट होता है.
  • SC/ ST अभ्यर्थी के लिए अधिकतम उम्र-सीमा में 5 वर्ष का छुट होता है.
  • OBC कैंडिडेट के लिए 3 वर्ष का छुट होता है.
  • और विकलांग अभ्यर्थियों (PwD) के लिए 10 वर्ष का छुट होता है.

Civil Servant Kaise Bane?

  • सिविल सर्वेंट बनने के लिए सबसे पहले आप किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय/ संस्थान से स्नातक डिग्री (Graduation) उत्तीर्ण करें.
  • ग्रेजुएशन पास करने के बाद संघ लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सर्विस एग्जाम (UPSC CSE) के लिए एप्लीकेशन करें.
  • यूपीएससी प्रति-वर्ष सिविल सर्विस एग्जाम के लिए notification जारी करती है.
  • जब UPSC CSE application फॉर्म निकलता है, उस समय आवेदन करना होगा.
  • और यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम उत्तीर्ण करना होगा.
  • यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम उत्तीर्ण करके सिविल सर्वेंट बन सकते हैं.
  • या ग्रेजुएशन पास करने के बाद राज्य लोक सेवा आयोग (State PSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के लिए एप्लीकेशन करें.
  • सभी राज्य की राज्य लोक सेवा आयोग civil service exam के लिए प्रतिवर्ष notification जारी करती है.
  • जब आपके राज्य की राज्य लोक सेवा आयोग सिविल सर्विस एग्जाम के लिए एप्लीकेशन सूचना जारी करती है, उस समय आवेदन करें.
  • और सम्बंधित राज्य की PSC Civil Service Exam उत्तीर्ण करें.
  • स्टेट पीएससी सिविल सर्विस एग्जाम उत्तीर्ण करके भी सिविल सर्वेंट बन सकते हैं.

सिविल सर्वेंट की सैलरी कितनी होती है?

सिविल सर्वेंट/ सेवक की बेसिक सैलरी 56100 रुपये प्रतिमाह होता है. इसके अलावे यात्रा भत्ता, महंगाई भत्ता, आवास भत्ता समेत कई तरह के भत्ते दिए जाते हैं. कुल मिलाकर एक सिविल सेवक की सैलरी लगभग 1 लाख रूपये होती है. सिविल सर्विस के क्षेत्र में कई विभाग एवं पद होते हैं. सभी विभाग की पदों के लिए अलग-अलग वेतन निर्धारित होता है. 

Civil Servant/ Service Selection Process in Hindi

सिविल सर्वेंट का सिलेक्शन यूपीएससी सिविल सर्विस एग्जाम और राज्य की लोक सेवा आयोग द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा के माध्यम से होता है. यूपीएससी (UPSC) सिविल सर्विस एग्जाम तीन चरणों में आयोजित होता है. प्रारंभिक परीक्षा (Prelims), मुख्य परीक्षा (Mains) और साक्षात्कार (Interview). प्रथम चरण की प्रारंभिक परीक्षा का पेपर क्वालीफाइंग होता है, इसका अंक मेरिट में नहीं जुड़ता है. मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू के अंकों के आधार पर मेरिट बनता है. मेरिट के आधार पर रैंक निर्धारित होता है, रैंक के आधार पर सिविल सर्वेंट की नियुक्ति होती है.

राज्य की लोक सेवा आयोग (State PSC) द्वारा आयोजित सिविल सेवा परीक्षा भी तीन चरणों में होती है. प्रारंभिक परीक्षा, मुख्य परीक्षा और इंटरव्यू. इसमें भी प्रथम चरण की प्रारंभिक परीक्षा (प्रेलिमिनरी) का पेपर क्वालीफाइंग होता है. मुख्य परीक्षा एवं इंटरव्यू के अंकों के आधार पर मेरिट बनता है.

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