राजस्थान सरकार, राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा (REET/ RTET) के माध्यम से शिक्षकों की बहाली करती है. REET या RTET का आयोजन बोर्ड ऑफ़ सेकेंडरी एजुकेशन, राजस्थान (BSER) करती है. अब आपके मन में सवाल होगा कि REET ke Liye Qualification क्या होना चाहिए? तो आज आप जानेंगे REET ke Liye Yogyata (REET ka Exam Pattern) के बारे में.
REET ka Full Form in Hindi
REET का फुल फॉर्म Rajasthan Eligibility Examination for Teacher होता है. हिंदी में इसका मतलब ‘राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा’ होता है.
REET Kya Hai?
आरईईटी (REET) राजस्थान शिक्षक पात्रता परीक्षा है. इसे RTET के नाम से भी जाना जाता है. राजस्थान सरकार प्राथमिक शिक्षक (कक्षा 1 से 5 तक) और उच्च प्राथमिक शिक्षक (6 से 8 तक) की बहाली REET/ RTET के माध्यम से करती है.
राजस्थान टीचर एलिजिबिलिटी टेस्ट का आयोजन Board of Secondary Education, Rajasthan (BSER) करती है. राजस्थान टीईटी दो पेपर में होता है. Paper I (class 1 to 5) प्राथमिक स्तर शिक्षक के लिए Paper II (class 6 to 8) उच्च प्राथमिक स्तर शिक्षक के लिए.
REET ke Liye Qualification in Hindi
- उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से किसी भी स्ट्रीम में इंटरमीडिएट (10+2) कम से कम 50% अंकों में उत्तीर्ण हो.
- इसके साथ किसी मान्यता प्राप्त संस्थान से प्रारंभिक शिक्षा में डिप्लोमा (D.El.Ed) किया हो.
- या उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त बोर्ड से संस्थान से B.El.Ed (बैचलर इन एलीमेंट्री एजुकेशन) किया हो.
- या उम्मीदवार किसी मान्यता प्राप्त विश्वविद्यालय से कम से कम 50% अंकों में स्नातक (Graduation) उत्तीर्ण हो और किसी NCTE मान्यता प्राप्त संस्थान से बीएड (B.Ed) कोर्स किया हो.
- D.El.Ed या B.Ed Appearing स्टूडेंट्स भी रीट के लिए अप्लाई कर सकते हैं.
REET ke Liye Yogyata (Age Limit)
- अभ्यर्थी शिक्षक प्रशिक्षण में डिप्लोमा या डिग्री कोर्स (D.El.Ed/ B.El.Ed/ B.Ed) किया हो.
- उम्मीदवार की न्यूनतम उम्र 18 वर्ष तथा अधिकतम उम्र 40 वर्ष होनी चाहिए.
- आरक्षित वर्ग (SC/ ST/ OBC) और महिला कैंडिडेट्स को अधिकतम उम्र सीमा में 10 वर्ष का छुट मिलता है.
REET ka Exam Pattern in Hindi
REET/ RTET दो पेपर में होता है (Paper I & II). पेपर I प्रथमिक स्तर शिक्षक (क्लास 1 से 5 तक) के लिए होता है. और पेपर II उच्च प्राथमिक स्तर शिक्षक (क्लास 6 से 8 तक) के लिए होता है. पेपर I और II दोनों 150 अंकों की होती है. दोनों पेपर में कुल प्रश्न 150 होता है और सभी प्रश्न ऑब्जेक्टिव टाइप के होते हैं. Negative Marking का प्रावधान नहीं होता है.
REET Paper I ka Exam Pattern
पेपर I में 5 विषय (Subject) का प्रश्न होता है, पांच खण्डों में. प्रत्येक subject के 30 प्रश्न होते हैं, कुल मिलाकर 150 प्रश्न होता है.
- Child Development & Pedagogy (बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र) – 30 Question (30 Marks)
- Language I (compulsory) भाषा- I (अनिवार्य) – 30 Question (30 Marks)
- Language II (Compulsory) भाषा- II (अनिवार्य) – 30 Question (30 Marks)
- Mathematics (गणित) – 30 Question (30 Marks)
- Environmental Studies/ EVS (पर्यावरण अध्ययन)- 30 Question (30 Marks)
REET Paper II ka Exam Pattern
पेपर II का प्रश्न पत्र 4 खण्डों में विभाजित होता है. खंड A, B, C में 30-30 प्रश्न होते हैं और खंड D में 60प्रश्न होते हैं, कुल मिलाकर 150 प्रश्न होता है.
- Child Development & Pedagogy (बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र) -30 Question (30 Marks)
- Language I (Compulsory)- 30 Question (30 Marks)
- Language II (Compulsory) – 30 Question (30 Marks)
- Mathematics and Science या (or) Social Science/ Social Studies – 60 Question (60 Marks)
REET/ RTET ka Syllabus in Hindi
बाल विकास एवं शिक्षाशास्त्र (CDP)
- बच्चों के विकास के सिद्धांत
- आनुवंशिकता और पर्यावरण का प्रभाव
- बाल केन्द्रित और प्रगतिशील शिक्षा की अवधारण
- समाजीकरण प्रक्रिया
- कोह्ल्बर्ग, वायगोत्स्की का सिद्धांत
- लैंगिक पूर्वाग्रह और शैक्षिक अभ्यास
- भाषा और विचार
- सतत और व्यापक मूल्यांकन
- विशेष आवश्यकताओं वाले बच्चों को समावेशी शिक्षा और समझ की अवधारणा
- विविध पृष्ठभूमि वाले शिक्षार्थियों को एक साथ समझना
- अधिगम और शिक्षाशास्त्र
- बच्चे कैसे सोचते और सीखते हैं
- शिक्षण और सीखने की बुनियादी प्रक्रियाएं
- बच्चों में सीखने की वैकल्पिक अवधारणा, त्रुटियों को समझना
- समस्या समाधान
- प्रेरणा और सीखना
- अनुभूति और भावनाएं
भाषा- I (अनिवार्य)
- भाषा की समझ, भाषा विकास एवं शिक्षण
- सीखना और अधिग्रहण
- भाषा शिक्षण के सिद्धांत
- भाषा कौशल, भाषा की समझ और दक्षता का मूल्यांकन
- शिक्षण सामग्री
- उपचारात्मक शिक्षण
भाषा- II (अनिवार्य)
- कॉम्प्रिहेंशन: अपठित गद्यांश, पद्यांश
- भाषा विकास का शिक्षण
- सीखना और अधिग्रहण
- भाषा शिक्षण के सिद्धांत
- सुनने और बोलने की भूमिका
- भाषा कठिनाइयों, त्रुटियों और विकारों को समझना
- भाषा कौशल
- शिक्षण अधिगम सामग्री
- सतत एवं व्यापक मूल्यांकन, उपचारात्मक शिक्षण
गणित (Mathematics)
- गणित की प्रकृति को समझना
- शिक्षण अधिगम सामग्री
- पाठ्यक्रम में गणित का स्थान
- गणित की भाषा
- शिक्षण की समस्याएँ
- औपचरिक और अनौपचारिक मूल्यांकन
- नैदानिक और उपचारात्मक शिक्षण
- संख्या पद्धति
- ज्यामिति: आकार और स्थानिक समझ
- जोड़, घटाव, गुणा और भाग
- वजन: नाप-तौल
- समय और कार्य
- आयतन
- आंकड़ों का संग्रहण
- मूल्य
- पैटर्न
Environmental Studies (पर्यावरण अध्ययन)
- पर्यावरण अध्ययन की प्रकृति और अवधारणा एवं महत्व
- शिक्षण अधिगम सिद्धांत
- पर्यावरण अध्ययन और शिक्षा
- विज्ञान और सामाजिक विज्ञान में सम्बन्ध
- अवधारणाओं, क्रियाओं को पेश करने के दृष्टिकोण
- व्यवहारिक कार्य
- चर्चा
- शिक्षण अधिगम सामग्री
- सतत एवं व्यापक मूल्यांकन
- समस्या समाधान
- परिवार और दोस्त
- सम्बन्ध
- चीजे हम बनाते हैं और करते हैं
- पेड़-पौधे
- पशु-पक्षी
- भोजन
- जल
- आवास
- यात्रा
Science (विज्ञान)
- भोजन- भोजन के घटक, भोजन के स्रोत्र
- जल के स्रोत्र
- मिट्टी और उसके प्रकार
- वायु
- जीवित जीवों, सूक्ष्मजीवों, रोगों के प्रकार
- दैनिक उपयोग की सामग्री
- परमाणु संरचना
- अणु
- धातु और अधातु
- यौगिक तत्व
- अम्ल और क्षार
- चुम्बक और चुम्बकत्व
- विधुत प्रवाह
- उर्जा के स्रोत्र
- प्राकृतिक संसाधन
- प्रदुषण
- विज्ञान की प्रकृति और स्वरूप
- विज्ञान का महत्व
Social Science (सामाजिक विज्ञान)
इतिहास (History)
- एक साम्राज्य का निर्माण
- पहला साम्राज्य
- प्रारंभिक अवस्थाएँ
- पहले शहर
- दिल्ली सल्तनत
- राजनितिक विज्ञान
- शुरूआती समाज
- सामाजिक बदलाव
- आजादी के बाद का भारत
- 1857 का विद्रोह
- उपनिवेशवाद और जनजातीय समाज
- ग्रामीण जीवन
- राष्ट्रवादी आन्दोलन
- जाति व्यवस्था एक चुनौती
- किसान और चारागाह
- ईस्ट-इंडिया कंपनी
- महिला सुधार आन्दोलन
भूगोल (Geography)
- भूगोल एक सामाजिक अध्ययन और विज्ञान
- पर्यावरण- प्राकृतिक और मानव पर्यावरण
- संसाधन- प्राकृतिक और मानव निर्मित संसाधान
- वायु
- पानी
- आवास
- परिवहन और संचार
- वन
- मिट्टी के प्रकार
- सौरमंडल
- तारामंडल
- ग्लोब
- मानचित्र
- कृषि
- मानसून और जलवायु
नागरिकशास्त्र/ राजनीतिक विज्ञान (Political Science)
- लोकतंत्र , जनतंत्र
- संसदीय सरकार
- कार्यपालिका, न्यायपालिका
- सरकार, स्थानीय सरकार, राज्य सरकार
- विविधता
- सामाजिक न्याय
- आजीविका
- संचार और मीडिया
- संविधान
- अधिकार
- मौलिक अधिकतर और कर्तव्य
- चुनाव प्रणाली- पार्टी और दल
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